अंग्रेजों ने भारत में करीब 250 साल राज किया। उनकी स्पंज रूपी व्यवस्था ने सदियों तक गंगा के किनारे से धन सोखकर टेम्स के किनारे निचोड़ा। भले ही अपने फायदे के लिए सही, लेकिन कई चीजों का विकास भी किया - मसलन रेलवे। उन्होंने कई इमारतें बनवाईं, कई शहरों को बसाया। वहीं राज-काज चलाने के लिए भारत में अंग्रेजी शिक्षा का विकास करना उनकी सबसे बड़ी जरूरत थी। हालांकि इसी शिक्षा ने आगे जाकर आधुनिक समाज की नींव रखी। हमारे यहां क्रांति का आगाज किया। लेकिन आजादी के बाद हम बौद्धिक रूप से उन्हीं के नक्शेकदम पर चलने के लिए बाध्य हो गए। आज हमारी आत्मा भले ही भारतीयता के रंग में रंगी हो, लेकिन चाल-ढाल अंग्रेजी ताने-बाने में बुनी है।