( साभार - दैनिक भास्कर डॉट काम )
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भगवान बुद्ध की मूर्ति को भी नहीं बख्शा गया |
नई दिल्ली. असम और म्यांमार में हुई
हिंसाके
विरोध में शुक्रवार को एक खास समुदाय के लोग यूपी में भी सड़कों पर उतर
गए। अलविदा की नमाज के बाद लखनऊ, कानपुर और इलाहाबाद में भीड़ ने जम कर
उत्पात मचाया। उपद्रवियों ने जम कर ईंट-पत्थर बरसाए, तोड़फोड़ और लूटपाट
की। जम्मू-कश्मीर में भी मस्जिद से निकले युवाओं ने पुलिस पर पथराव किया
जिसमें दो पुलिसकर्मियों समेत सात लोग घायल हुए।
लखनऊ में बुद्ध पार्क
घूमने गई महिलाओं को घेरकर उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए। शांति और अहिंसा का
संदेश देने वाले भगवान बुद्ध की मूर्ति को भी नहीं बख्शा गया। स्थिति
बिगड़ने की आशंका से रात में इलाहाबाद के कोतवाली थाना क्षेत्र में कर्फ्यू
लगा दिया गया है। पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट है। लखनऊ में नमाज के
बाद पक्का पुल से हंगामा शुरू हुआ। टीलेवाली मस्जिद व आसफी इमामबाड़े में
अलविदा की नमाज के बाद लोगों ने विधान भवन की ओर कूच कर दिया और वहां
तोड़फोड़ की।
पुलिस-प्रशासन को इसकी आशंका तक नहीं थी, क्योंकि अधिकारी
जब तक माजरा समझ पाते तब तक करीब एक हजार प्रदर्शनकारी गौतम बुद्ध पार्क
पहुंच गए। कुछ ने पार्क की रेलिंग तोड़नी शुरू की तो कुछ ने स्वतंत्रता
दिवस पर लगाई झालरों को नोच डाला। इसके बाद सैकड़ों लोग पार्क में कूद गए
और टिकट खिड़की पर तोड़फोड़ कर पार्क में मौजूद पुरुषों, महिलाओं, बच्चों
और कर्मचारियों को पीटने लगे। कुछ महिला पर्यटकों के कपड़े भी फाड़ दिए गए।
कई गाड़ियां भी तोड़ दी गईं.
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लखनऊ में पत्थरबाजी करते उपद्रवी। | | | |
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लखनऊ में उपद्रवियों की करतूत की एक तस्वीर।
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